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📍नई दिल्ली | 13 Nov, 2024, 1:40 PM

EXERCISE VINBAX-24: भारत और वियतनाम के बीच सैन्य सहयोग को नई मजबूती देने के उद्देश्य से आयोजित “विनबेक्स-24” का पांचवा संस्करण अंबाला में जारी है। इस संयुक्त अभ्यास में भारतीय सेना और वियतनाम पीपल्स आर्मी (VPA) के जवान संयुक्त राष्ट्र मिशन के तहत इंजीनियरिंग कंपनी और एक मेडिकल टीम की तैनाती के लिए प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। इस अभ्यास के तहत सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इंजीनियर टास्क फोर्स द्वारा एक रोड ओपनिंग ड्रिल और आपदा प्रबंधन में मेडिकल टीम की दक्षता बढ़ाने के लिए विशेष अभ्यास का आयोजन किया गया।

EXERCISE VINBAX-24: Strengthening India-Vietnam Defense Ties, Joint Military Drill Enhances Mutual Cooperation

आपसी सहयोग में वायुसेना का योगदान

इस बार के अभ्यास में वायुसेना का भी योगदान शामिल किया गया है, जिसमें भारत और वियतनाम की वायुसेनाओं ने संयुक्त राष्ट्र मिशन में पुनर्वास प्रयासों में एयर एसेट्स के इस्तेमाल के सर्वोत्तम तरीकों को साझा किया। इसमें उन्नत लाइट हेलिकॉप्टर (ALH) और चिनूक हेलिकॉप्टर का इंजीनियरिंग कार्यों में विभिन्न उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल भी देखा गया, जिसने इस अभ्यास को और भी समृद्ध बना दिया। दोनों देशों के जवानों ने अभ्यास के बाद खेल गतिविधियों और शारीरिक प्रशिक्षण में भी हिस्सा लिया, जिससे आपसी तालमेल को और मजबूती मिली।

अब तक की मुख्य गतिविधियाँ

विनबेक्स-24 में अब तक कई महत्वपूर्ण गतिविधियाँ आयोजित की जा चुकी हैं:

  1. CUNPK Phase: संयुक्त राष्ट्र मिशन के तहत ऑपरेशंस में तैनाती के लिए तैयारी।
  2. इंजीनियरिंग ट्रेनिंग: संयुक्त राष्ट्र के मापदंडों के अनुसार निर्माण कार्य, जिसमें ASA, प्रीफैब शेल्टर, हेस्को बैग्स, और कंटेनर-आधारित दीवारों का निर्माण शामिल है।
  3. मेडिकल ट्रेनिंग: आपदा प्रबंधन और आपात स्थिति में घायलों की देखभाल के लिए विशेष मेडिकल ट्रेनिंग।
  4. आपदा राहत एवं पुनर्वास प्रशिक्षण: राज्य प्रशासन की सहायता से आपदा प्रबंधन में सुधार हेतु प्रशिक्षण।
  5. एयर एसेट्स इंटीग्रेशन: चिनूक और MI-17 हेलिकॉप्टर द्वारा इंजीनियरिंग उपकरणों की ढुलाई और ALH के माध्यम से सैनिकों एवं सामग्री का स्थानांतरण।

भारत और वियतनाम के बीच बढ़ते हुए रक्षा संबंधों का यह अभ्यास एक महत्वपूर्ण कदम है। यह अभ्यास दोनों देशों के सैन्य दलों को न केवल आधुनिक तकनीकी ज्ञान बल्कि आपसी समझ और विश्वास को भी बढ़ाने में मदद कर रहा है, जो आगे चलकर आपदा प्रबंधन, शांति स्थापना, और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग का मार्ग प्रशस्त करेगा

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