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📍नई दिल्ली | 9 Feb, 2025, 1:02 PM

CATS Warrior: भारत के डिफेंस सेक्टर में पिछले कई दिनों से एक चौंकाने वाले नाम CATS Warrior की जमकर चर्चा हो रही है। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) का बनाया यह अत्याधुनिक स्टील्थ ड्रोन एरो इंडिया 2025 में सभी के लिए आकर्षण का केंद्र बनने जा रहा है। बेंगलुरु के येलहंका एयर फोर्स स्टेशन पर 10 से 14 फरवरी के बीच आयोजित हो रहे एशिया के सबसे बड़े एयरोस्पेस शो में CATS Warrior का फुल-स्केल डेमोंस्ट्रेटर पहली बार आम जनता के सामने पेश किया जाएगा।

Explainer: What is India’s New CATS Warrior Drone? Makes a Powerful Debut at Aero India 2025

क्या है CATS Warrior?

दरअसल CATS Warrior (Combat Air Teaming System) एक अत्याधुनिक स्वदेशी स्टील्थ ड्रोन है, जिसे भारतीय वायुसेना के फाइटर जेट्स के साथ मिलकर काम करने के लिए डिजाइन किया गया है। इस ड्रोन को स्टील्थ तकनीक से लैस किया गया है, जिससे दुश्मन के रडार इसे आसानी से नहीं पकड़ सकेंगे। इसे “लॉयल विंगमैन” के रूप में जाना जाता है, जिसका मतलब है कि यह वायुसेना के पायलट ऑपरेटेड फाइटर जेट्स के साथ मिशनों में हिस्सा लेगा, जैसे कि रिपोर्टिंग, स्ट्राइक मिशन, इलेक्ट्रॉनिक अटैक आदि। इस ड्रोन की सबसे खास बात यह है कि यह खतरनाक मिशनों को अंजाम देगा, जिससे वायुसेना के पायलटों पर खतरा कम होगा।

एरो इंडिया 2025 में क्या होगा खास?

CATS Warrior की पहली उड़ान इस साल के अंत तक होनी है। लेकिन इससे पहले इसका फुल-स्केल डेमोंस्ट्रेटर एरो इंडिया 2025 में पेश किया गया है। इस ड्रोन को भारत के ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन के तहत पूरी तरह स्वदेशी तकनीक से बनाया गया है। इसका डिजाइन और क्षमता अमेरिका के Boeing MQ-28 Ghost Bat और चीन के Feihong FH-97 जैसे लेटेस्ट ड्रोन के समान है। इसमें HAL के PTAE-W टर्बोजेट इंजन का इस्तेमाल किया गया है, जो पहले से ही भारत के टारगेट ड्रोन ‘लक्ष्य’ में अपनी क्षमता दिखा चुका है। हाल ही में HAL ने CATS Warrior का सफल इंजन ग्राउंड रन पूरा किया था।

अब अगले चरण में CATS Warrior के टैक्सी ट्रायल शुरू किए जाएंगे, जिसमें ग्राउंड हैंडलिंग, कंट्रोल सिस्टम्स और सिस्टम इंटीग्रेशन की जांच की जाएगी। इन ट्रायल्स के सफल होने के बाद इस ड्रोन की पहली उड़ान के लिए हरी झंडी मिलने की उम्मीद है।

CATS Warrior केवल एक ड्रोन नहीं है, बल्कि यह HAL के Combat Air Teaming System (CATS) प्रोग्राम का एक प्रमुख हिस्सा है। इस प्रोग्राम के तहत एक क्रूज मिसाइल, क्लोज कॉम्बैट मिसाइल, स्वार्म ड्रोन और एक प्स्योडो सैटेलाइट नेटवर्क भी डेवलप किया जा रहा है, जो तेजस और भविष्य में आने वाले AMCA फाइटर जेट्स के साथ नेटवर्क में काम करेगा।

भारतीय वायुसेना के लिए क्यों जरूरी CATS Warrior?

भारतीय वायुसेना के पास लड़ाकू विमान स्क्वाड्रन कमी है। 42 स्क्वाड्रनों के मुकाबले फिलहाल सिर्फ 31 स्क्वाड्रन ही एक्टिव हैं। ऐसे में वायुसेना को अपनी ताकत बढ़ाने के लिए नए तरीकों की जरूरत है। तेजस Mk1A जैसे स्वदेशी लड़ाकू विमानों के उत्पादन के साथ-साथ CATS Warrior जैसे अनमैंड कॉम्बैट एयरक्राफ्ट भविष्य में इस कमी को पूरा करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।

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यह ड्रोन गहराई तक स्ट्राइक मिशन, दुश्मन की हवाई सुरक्षा को निष्क्रिय करने और निगरानी जैसी भूमिकाएं निभा सकता है। भारत निर्मित Smart Anti-Airfield Weapons (SAAWs) के साथ यह ड्रोन दुश्मन के ठिकानों पर सटीक हमला भी कर सकेगा। इसके अलावा, यह ड्रोन युद्ध के दौरान रियल-टाइम बैटलफील्ड अवेयरनेस की भूमिका निभाएगा।

CATS Warrior की पहली उड़ान इस साल के अंत तक होनी है। अमेरिका, चीन और रूस पहले से ही अपने-अपने AI-अनेबल्ड UCAVs पर काम कर रहे हैं, जिनमें Boeing MQ-28 Ghost Bat और चीन का Feihong FH-97 प्रमुख हैं। इस ड्रोन के साथ-साथ HAL और अन्य प्राइवेट कंपनियां जैसे NewSpace Research and Technologies (NRT) भी AI-ऑपरेटेड ड्रोन्स पर काम कर रही हैं। NRT का Abhimanyu नामक ड्रोन भी जल्द ही पेश किया जाएगा।

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