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📍नई दिल्ली | 12 Feb, 2025, 10:05 PM

Pinaka MBRL: भारत और फ्रांस के बीच रक्षा सहयोग को और मजबूत करने के लिए भारत ने फ्रांस को स्वदेशी पिनाका मल्टी-लॉन्च आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम ऑफर किया है। अगर यह सौदा फाइनल हो जाता है, तो यह पहली बार होगा जब फ्रांस भारत से हथियार खरीदेगा। अभी तक भारत ही फ्रांस से हथियार खरीदता रहा है, लेकिन यह डील अपने अंतिम अंजाम तक पहुंचती है, तो एक निर्यातक के तौर पर भारत का बड़ी पहचान मिलेगी।

Pinaka MBRL: France Eyes India’s Pinaka Rocket Launcher System, Boosting India's Defense Exports

Pinaka MBRL: फ्रांसीसी सेना को दिया न्योता

प्रदानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों फ्रांस में हैं, जहां वे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समिट में हिस्सा लेने पहुंचे हुए हैं। इसी दौरान पीएम मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को पिनाका सिस्टम का ऑफर दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांसीसी सेना को पिनाका मल्टी-बैरेल रॉकेट लॉन्चर (MBRL) सिस्टम देखने के लिए भी आमंत्रित किया है। हाालंकि तीन महीने पहले फ्रांस का एक प्रतिनिधिमंडल भारत आया था और पिनाका सिस्टम का डेमो देखा था। इस डेमो के नतीजों के बाद फ्रांसीसी अधिकारियों ने इस सौदे में रूचि दिखाई है। सूत्रों के अनुसार, फ्रांस पिनाका का गाइडेड वर्जन खरीदना चाहता है।

PINAKA Rocket System: भारतीय सेना का पिनाका रॉकेट सिस्टम होगा और घातक! रक्षा मंत्रालय ने किया 10,147 करोड़ रुपये के गोला-बारूद का सौदा

इसके साथ ही भारत 26 राफेल मरीन फाइटर्स और 3 अतिरिक्त स्कॉर्पीन सबमरीन्स डील को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है। राफेल मरीन फाइटर्स का सौदा करीब 63,000 करोड़ रुपये का है, जबकि स्कॉर्पीन सबमरीन्स की डील 33,500 करोड़ रुपये में होगी।

Pinaka MBRL: कारगिल युद्ध में पिनाका ने दिखाया था कमाल

बता दें कि पिनाका का नाम शिवजी के धनुष पर रखा गया है। इस धनुष से भगवान शिव ने त्रिपुरासुर का वध किया था। पिनाका रॉकेट सिस्टम को DRDO ने बनाया है। इसकी मारक क्षमता 90 किलोमीटर तक है और इसे भारतीय सेना ने 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ इस्तेमाल किया था। इस युद्ध में पिनाका ने अपने घातक हमलों से पाकिस्तानी सेना को धूल चटा दी थी।

Pinaka MBRL: भारत के पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम खरीदने का इच्छुक है फ्रांस! रक्षा निर्यात में होगा जबरदस्त इजाफा

DRDO के मिसाइल्स एंड स्ट्रेटेजिक सिस्टम्स के डायरेक्टर जनरल उम्मलनेनी राजा बाबू ने बताया, फ्रांस पिनाका को लेकर इच्छुक है। हालांकि, अभी तक इस सौदे को लेकर कोई औपचारिक समझौता नहीं हुआ है, लेकिन बातचीत लगातार जारी है।

फ्रांस रूस के बाद दूसरा ऐसा देश है, जो भारत को हथियारों की सप्लाई करता है। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) के आंकड़ों के अनुसार, 2019 से 2023 के बीच भारत और फ्रांस के बीच डिफेंस एक्सपोर्ट में जबरदस्त इजाफा हुआ है।

Pinaka MBRL: भारतीय सेना का बड़ा फैसला! पिनाका रॉकेट सिस्टम को देगी तरजीह, महंगी आयातित मिसाइलों से बनाएगी दूरी

बता दें कि इससे पहले आर्मेनिया भी पिनाका को खरीद चुका है। पिछले साल नवंबर में आर्मेनिया को पिनाका का पहला रेजिमेंट भी भेजा गया था।

दोनों देश डिफेंस कोऑपरेशन में भी काफी आगे बढ़ रहे हैं। जनवरी 2025 में फ्रांसीसी कैरियर स्ट्राइक ग्रुप चार्ल्स डी गॉल भारत आया था। वहीं, भारतीय नौसेना ने फ्रेंच मल्टीनेशनल एक्सरसााइज ला पेरूज में भी हिस्सा लिया था। वहीं, अब अगला वरुणा अभ्यास मार्च 2025 में आयोजित होगा। इसके अलावा, फ्रांस-इंडिया डिफेंस स्टार्टअप एक्सीलेंस (FRIND-X) को दिसंबर 2024 में पेरिस में लॉन्च किया गया, जिसमें दोनों देशों के रक्षा स्टार्टअप्स, निवेशकों और रिसर्च ऑर्गनाइजेशंस ने हिस्सा लिया था।

Pinaka MBRL: भारतीय सेना में चार पिनाका रेजीमेंट्स

बता दें कि भारतीय सेना पहले ही चार पिनाका रेजीमेंट्स को शामिल कर चुकी है, जिनमें से कुछ लांचर उत्तरी सीमाओं पर ऊंचाई वाले इलाकों में भी तैनात किए गए हैं। बाकी छह रेजीमेंट्स को जल्द ही शामिल किया जाएगा। डीआरडीओ ने पिनाका के लिए 45 किमी तक की मारक क्षमता वाले एक्सटेंडेड रेंज रॉकेट और 75 किमी तक की गाइडेड रेंज रॉकेट भी डेवलप किए हैं। इसके अलावा, पिनाका की रेंज को 120 किमी और फिर 300 किमी तक बढ़ाने की योजना है।

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