ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार तड़के 1:44 बजे पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए। इनमें बहावलपुर, मुरीदके, सियालकोट, कोटली और मुज़फ़्फराबाद के लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े ट्रेनिंग सेंटर और लॉन्‍च पैड शामिल थे...
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📍नई दिल्ली | 7 May, 2025, 6:38 PM

Operation Sindoor: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार को “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत न केवल पहलगाम आतंकी हमले का बदला लिया, बल्कि पिछले दो दशकों से पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भी निर्णायक कार्रवाई की।

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भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार को “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत न केवल पहलगाम आतंकी हमले का बदला लिया, बल्कि पिछले दो दशकों से पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भी निर्णायक कार्रवाई की। भारत ने वर्षों तक संयम बरता, लेकिन 22 अप्रैल 2025 को हुए पहलगाम नरसंहार के बाद देश की सहनशक्ति जवाब दे गई।

Operation Sindoor: दो दशकों का इंतजार, एक जवाब

इस ऑपरेशन में 2001 के संसद हमले, 2002 के अक्षरधाम हमले, 2008 के मुंबई हमले, 2016 के उरी हमले, 2019 के पुलवामा हमले और हाल ही में 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब दिया गया। यह अभियान भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का प्रतीक है और पाकिस्तान को कड़ा संदेश देता है कि भारत अब और बर्दाश्त नहीं करेगा।

22 अप्रैल को लश्कर-ए-तैयबा की शाखा The Resistance Force (TRF) ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में श्रद्धालुओं पर हमला किया, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान गई। पहले TRF ने इस हमले की जिम्मेदारी ली, फिर सोशल मीडिया अकाउंट ‘हैक’ होने का बहाना बनाकर बयान वापस ले लिया।

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने नेशनल मीडिया सेंटर में आयोजित प्रेस वार्ता में स्पष्ट शब्दों में कहा, “भारत ने अपने आत्मरक्षा के अधिकार का प्रयोग करते हुए यह कार्रवाई की। ये स्ट्राइक न केवल जवाबी कार्रवाई थी, बल्कि आतंक के नेटवर्क को नष्ट करने और भविष्य के हमलों को रोकने की भी आवश्यकता थी।” उन्होंने बताया कि खुफिया इनपुट से संकेत मिला था कि पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन भारत पर और हमले की योजना बना रहे थे।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय सेना ने 1 मिनट 40 सेकंड का एक वीडियो दिखाया, जिसमें 2001 से अब तक के प्रमुख आतंकी हमलों को दर्शाया गया।

  • 2001 संसद हमला: जैश-ए-मोहम्मद ने भारत की संसद पर हमला किया, जिसमें 9 लोग मारे गए।
  • 2002 अक्षरधाम हमला: आतंकियों ने गुजरात के मंदिर पर हमला किया, जिसमें 30 से अधिक लोग मारे गए।
  • 2008 मुंबई हमला: लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने 60 घंटे तक मुंबई को बंधक बनाए रखा, जिसमें 166 लोग मारे गए।
  • 2016 उरी हमला: जैश-ए-मोहम्मद ने उरी में सेना के शिविर पर हमला किया, जिसमें 19 जवान शहीद हुए
  • 2019 पुलवामा हमला: जैश के आत्मघाती हमलावर ने सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया, जिसमें 40 जवान शहीद हुए।

इन हमलों ने भारत को गहरे जख्म दिए, और हर बार जांच में पाकिस्तान का हाथ सामने आया। मिस्री ने कहा, “पाकिस्तान ने हमेशा आतंकवाद को बढ़ावा दिया है, और पहलगाम हमला इसका ताजा उदाहरण है।”

नौ आतंकी ठिकाने तबाह

ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार तड़के 1:44 बजे पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए। इनमें बहावलपुर, मुरीदके, सियालकोट, कोटली और मुज़फ़्फराबाद के लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े ट्रेनिंग सेंटर और लॉन्‍च पैड शामिल थे। रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि यह हमला “केंद्रित, संयमित और उकसाने वाले नहीं थे, जिसमें किसी भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया।

भारतीय वायुसेना के राफेल और SCALP स्टील्थ मिसाइल का इस्तेमाल करते हुए बहावलपुर में मौजूद जैश के मुख्यालय मरकज सुभान अल्लाह को 560 किलोमीटर दूर से ध्वस्त किया। यह मिसाइल जीपीएस जैमिंग को मात देकर 100 फीट से भी कम ऊंचाई पर सटीक निशाना लगाने में सक्षम है।

वहीं भारतीय सेना ने ड्रोन, स्मार्ट म्यूनिशन और सतह से सतह पर मार करने वाले हथियारों की मदद से सात ठिकानों को निशाना बनाया।

पाकिस्तानी सेना की चुप्पी

ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना ने राफेल और मिराज लड़ाकू विमानों और स्कैल्प क्रूज मिसाइलों का इस्तेमाल किया। इन हमलों में 70 से अधिक आतंकवादी मारे गए और 60 से ज्यादा घायल हुए। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार बहावलपुर में हुए हमले में जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अज़हर के कई परिजनों की मौत हुई है। पाकिस्तानी मीडिया ने 14 मौतों की पुष्टि की है, जबकि मसूद अज़हर ने खुद 10 परिजनों के मारे जाने की बात मानी है।

पाकिस्तानी सरकार ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है, न ही आतंकियों के खिलाफ कोई कार्रवाई की है। विदेश सचिव मिस्री ने कहा, “पाकिस्तान की ज़मीन से आतंकवाद को प्रायोजित करने और कार्रवाई न करने की उसकी नीति अब उजागर हो चुकी है।”

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महिला अधिकारी फ्रंटफुट पर

इस ऑपरेशन की जानकारी प्रेस को देने के लिए भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह को आगे लाया गया। यह पहली बार है जब इतनी बड़ी सैन्य कार्रवाई पर महिला अधिकारियों ने प्रेस ब्रीफिंग की और दुनिया को बताया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ कितना गंभीर है।

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