📍नई दिल्ली | 6 months ago
Nepali Army Command: भारत और नेपाल के लंबे समय से मजबूत और दोस्ताना संबंध रहे हैं, जो न केवल सांस्कृतिक और ऐतिहासिक जुड़ाव पर आधारित हैं बल्कि दोनों देशों के रक्षा सहयोग पर भी आधारित हैं। इसी कड़ी में, नेपाली सेना कमांड और स्टाफ कॉलेज के 41 अधिकारियों का एक दल 15 से 23 जनवरी 2025 के बीच भारत दौरा पर आया हुआ है। इस दौरे में पांच अन्य मित्र देशों के अधिकारी और कॉलेज के वरिष्ठ शिक्षक भी शामिल हैं।
इस दौरे का उद्देश्य भारत के प्रमुख सैन्य प्रशिक्षण केंद्रों, नौसेना कमांड, वायुसेना स्टेशनों और निजी रक्षा उद्योगों की क्षमताओं का अध्ययन करना था। इस दौरे को भारत-नेपाल के रक्षा संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।
Nepali Army Command: सैन्य प्रशिक्षण संस्थानों का दौरा
अधिकारियों के इस दल ने भारतीय सेना के प्रमुख प्रशिक्षण संस्थानों का दौरा किया। इन दौरों में उन्हें भारतीय सेना के ट्रेनिंग सिस्टम, रणनीति और कार्यशैली को नजदीक से देखने और समझने का मौका मिला। प्रशिक्षण संस्थानों में भारतीय सेना के अनुशासन, तकनीकी कौशल और आधुनिक युद्धक तकनीकों की झलक देखने को मिली, जो आज भारत को दुनिया की अग्रणी सैन्य शक्तियों में शुमार करते हैं।
पश्चिमी नौसेना कमान और वायुसेना स्टेशन लोहेगांव का दौरा
विदेशी अधकारियों के इस दल ने मुंबई स्थित पश्चिमी नौसेना कमान का दौरा किया, जहां उन्हें भारतीय नौसेना की ताकत, युद्धपोत निर्माण और समुद्री सुरक्षा में उसकी रणनीतिक भूमिका के बारे में जानकारी दी गई। इसके बाद पुणे स्थित वायुसेना स्टेशन लोहेगांव का दौरा किया गया। यहां पर वायुसेना की ताकत और उसकी आधुनिक तकनीकी क्षमताओं के बारे में अधिकारियों ने गहराई से जानकारी प्राप्त की।
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निजी रक्षा उद्योगों का दौरा
नेपाली दल ने लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) और भारत फोर्ज जैसे भारत के प्रमुख निजी रक्षा उद्योगों का दौरा भी किया। यह दौरा भारत के तेजी से बढ़ते रक्षा उद्योग की ताकत और आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को समझने के लिए आयोजित किया गया था। इन उद्योगों ने रक्षा उपकरणों के उत्पादन, डिज़ाइन और निर्यात में अपनी उन्नत क्षमताओं का प्रदर्शन किया।
इन उद्योगों में निर्मित उन्नत हथियार प्रणालियों और उपकरणों को देखकर प्रतिनिधिमंडल ने भारत की आत्मनिर्भरता और तकनीकी क्षमता की सराहना की।
दौरे के दौरान, भारतीय अधिकारियों ने नेपाली दल के साथ खुलकर संवाद किया और साझा इतिहास, संस्कृति और सैन्य परंपराओं पर चर्चा की। यह दौरा न केवल सैन्य क्षमताओं और तकनीकी ज्ञान को साझा करने का माध्यम बना, बल्कि भारत और नेपाल के बीच आपसी समझ और सहयोग को और गहराई प्रदान करने का एक अवसर भी साबित हुआ।
इस दौरे ने दोनों देशों के रक्षा सहयोग में एक नया अध्याय जोड़ दिया है। भारत लंबे समय से नेपाली सेना को प्रशिक्षण और सैन्य उपकरण प्रदान करने में मदद करता आ रहा है। इसके अलावा, दोनों देशों की सेनाएं संयुक्त अभ्यास और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के जरिए अपने कौशल को साझा करती हैं।
नेपाली अधिकारियों ने इस दौरे को बेहद लाभकारी बताते हुए कहा कि यह उनके दृष्टिकोण और रणनीतिक सोच को व्यापक बनाने में मददगार साबित हुआ है। उन्होंने भारत के रक्षा तंत्र, औद्योगिक क्षमताओं और तकनीकी विकास की प्रशंसा की।
यह दौरा भारत और नेपाल के बीच रक्षा सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक और मजबूत कदम है। दोनों देशों के बीच इस तरह के अध्ययन दौरों से आपसी समझ और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूती मिलेगी। आने वाले समय में, इस तरह की पहल न केवल दोनों देशों के बीच दोस्ताना संबंधों को बढ़ावा देंगी, बल्कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता और सुरक्षा सुनिश्चित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
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