रक्षा समाचार WhatsApp Channel Follow US
भारतीय अधिकारियों ने LoC पर पाकिस्तानी सेना की दो गोपनीय बातचीत को इंटरसेप्ट किया। पहले इंटरसेप्ट में सैनिकों को 24 घंटे अलर्ट रहने और 'जो' (Zoe) यूनिट के साथ तालमेल करने का आदेश मिला। दूसरे इंटरसेप्ट में 'मारखोर' (Markhor) यूनिट का जिक्र है। ये बातचीत बताती है कि पाकिस्तानी सेना दबाव में है और अपनी अगली पंक्ति की कमजोरी को छुपाने के लिए पीछे की तोपों पर निर्भर है...
Read Time 0.26 mintue

📍नई दिल्ली | 3 months ago

India-Pakistan war: पहलगाम हमले के बाद से नियंत्रण रेखा (LoC) पर लगातार पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर तोड़ा जा रहा है। लगातार 11वें दिन पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, पुंछ, राजौरी, मेंढर, नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर में सीजफायर तोड़ा और छोटे हथियारों से गोले दागे, जिसका भारतीय सेना की तरफ से मुंहतोड़ जवाब दिया गया। वहीं भारतीय अधिकारियों ने LoC पर पाकिस्तानी सेना की कुछ गोपनीय बातचीत को इंटरसेप्ट किया है, जिसमें साफ तौर पर नजर आ रहा है कि पाकिस्तानी सेना में इन दिनों जबरदस्त घबराहट है। इन इंटरसेप्ट्स से भारतीय सेना को पाकिस्तान की रणनीति की अहम जानकारी मिली है, जिससे यह साफ हो रहा है कि पाकिस्तानी सेना इस समय काफी दबाव में है और उसे लग रहा है कि भारतीय सेना कभी भी बड़ा हमला कर सकती है।

India-Pakistan war: पहलगाम हमले के बाद बढ़ा तनाव

22 अप्रैल 2025 को कश्मीर के पहलगाम (India-Pakistan war) में एक आतंकी हमला हुआ, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि यह हमला पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने किया। इस हमले के बाद दोनों देशों के बीच बचे खुचे रिश्ते और खराब हो गए। भारत ने पाकिस्तानी विमानों के लिए अपनी हवाई सीमा बंद कर दी, और सीमा पर गोलीबारी की घटनाएं भी बढ़ गईं। ऐसे में पाकिस्तानी सेना को डर है कि भारत जल्द ही कोई बड़ा सैन्य कदम उठा सकता है।

भारतीय सैन्य सूत्रों के मुताबिक, पहलगाम हमले के तुरंत बाद पाकिस्तानी सेना (India-Pakistan war) ने अपनी तैयारियां तेज कर दीं। उनकी सेना, वायुसेना और नौसेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है। सैनिकों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं, और उन्हें सीमा पर तैनात कर दिया गया है। जमीन, हवा और पानी पर गश्त भी बढ़ा दी गई है।

यह भी पढ़ें:  Finally justice to 1965 War Veteran: Punjab and Haryana High court comes to his rescue, pulls up Indian Army for Unnecessary litigation

पाकिस्तानी सेना की बातचीत इंटरसेप्ट: कोडनेम जो

भारतीय अधिकारियों ने LoC पर पाकिस्तानी सेना (India-Pakistan war) की दो अहम बातचीत को इंटरसेप्ट किया है। पहला इंटरसेप्ट पिछले हफ्ते सुबह 9:45 बजे कश्मीर के एक गुप्त स्थान पर रिकॉर्ड किया गया। यह बातचीत एक फॉरवर्ड पोस्ट पर तैनात अधिकारियों और उनके कमांडरों के बीच हुई थी। यह संदेश उर्दू में VHF चैनल के जरिए भेजा गया था। इसमें साफ तौर पर कहा गया कि हालात “बहुत खराब” हैं। पाक सेना के जवानों को 24 घंटे हाई अलर्ट पर रहने और हथियारों को दुश्मन की तरफ तानकर तैयार रहने का आदेश दिया गया।

इसके अलावा, जवानों को तोपों को सीधे फायर करने के लिए तैयार करने, गोला-बारूद का पर्याप्त स्टॉक रखने और एक यूनिट जिसे कोडनेम ‘जो’ (Zoe) दिया गया है, उसके साथ तालमेल बिठाने का निर्देश दिया गया। इस बातचीत का लहजा और उसकी जल्दबाजी से साफ है कि पाकिस्तानी सेना (India-Pakistan war) भारतीय जवाबी कार्रवाई से डर रही है और उसे अंदाजा नहीं है कि भारत कब और कैसे हमला कर सकता है।

दूसरा इंटरसेप्ट: कोडनेम ‘मारखोर’

उसी दिन रात 8:10 बजे एक और बातचीत (India-Pakistan war) इंटरसेप्ट की गई। इसमें हालात को “पहले से कहीं ज्यादा खराब” बताया गया। इस संदेश में साफ झलक रहा था कि पाकिस्तानी सैनिक थकान और दबाव में हैं। उनकी डिफेंस लाइन कमजोर पड़ रही हैं, और उन्हें लगातार भारतीय सेना के हमले का डर सता रहा है।

इस बातचीत में एक और यूनिट का जिक्र हुआ, जिसे कोडनेम ‘मारखोर’ (Markhor) दिया गया है। सैन्य विशेषज्ञों का मानना है कि यह यूनिट एक माउंटेन आर्टिलरी (पहाड़ी तोपखाना) डिवीजन हो सकती है, जो लंबी दूरी की 155mm हॉवित्जर तोपों से लैस है। यह यूनिट LoC के कठिन पहाड़ी इलाकों में पाकिस्तानी सेना की अहम सहारा है। इसका मतलब है कि पाकिस्तान अपनी फ्रंट लाइन की कमजोरियों को छुपाने के लिए तोपों पर ज्यादा भरोसा कर रहा है।

यह भी पढ़ें:  Indian Army drones: भारतीय सेना में शामिल होंगे घातक ड्रोन! चीन-पाकिस्तान की हर हरकत पर रहेगी पैनी नजर

पाकिस्तानी सेना की फ्रंट लाइन कमजोर

इन इंटरसेप्ट्स से भारतीय सेना (India-Pakistan war) को पाकिस्तान की डिफेंस स्ट्रेटेजी की गहरी जानकारी मिली है। इससे पता चलता है कि पाकिस्तानी सेना इस समय काफी दबाव में है और उसे किसी बड़े हमले की आशंका है। विशेषज्ञों का कहना है कि LoC पर रणनीतिक असंतुलन साफ दिख रहा है। पाकिस्तानी सेना की फ्रंट लाइन कमजोर है, और वे अपनी रक्षा के लिए तोपों पर निर्भर हैं। वहीं, भारत के तोपखाने की ताकत LoC के पहाड़ी इलाकों में पाकिस्तान से कहीं ज्यादा है, जिससे पाकिस्तान डरा हुआ है।

पाकिस्तान की ओर से बयानबाजी

पाकिस्तान (India-Pakistan war) की तरफ से भी बयानबाजी तेज हो गई है। पिछले हफ्ते पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने देर रात सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में दावा किया था कि उनके पास पक्की खुफिया जानकारी है कि भारत अगले 24-36 घंटों में पाकिस्तान पर सैन्य हमला करने की योजना बना रहा है। भारतीय सूत्रों का मानना है कि यह बयान जानबूझकर सार्वजनिक किया गया, ताकि भारत को हमले से रोका जा सके और वैश्विक समुदाय में पाकिस्तान के पक्ष में माहौल बनाया जा सके।

लेकिन यह बयान भी पाकिस्तानी सेना की घबराहट को ही दिखाता है। वे हर हाल में भारत के हमले को रोकना चाहते हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि अगर भारत ने जवाबी कार्रवाई की, तो उनकी सेना को भारी नुकसान हो सकता है।

पहलगाम हमले का असर

पाकिस्तानी सेना (India-Pakistan war) को डर है कि भारत इस हमले का बदला लेने के लिए कोई बड़ा सैन्य कदम उठा सकता है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले के बाद कहा था कि इस हमले के जिम्मेदार लोगों को “धरती के किसी भी कोने में छुपने नहीं दिया जाएगा”। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी सेना को पूरी छूट दे दी कि वह हमले का जवाब देने के लिए समय, निशाना और तरीका खुद तय करे।

यह भी पढ़ें:  Pahalgam Massacre: पहलगाम आतंकी हमले के बाद फिर उड़ान पर लौटे 'ध्रुव' हेलिकॉप्टर, कश्मीर में सुरक्षा बलों को मिली बड़ी राहत
Coup in Pakistan?: पाकिस्तान में सैन्य तख्तापलट की आहट? ISI प्रमुख असीम मलिक को इसलिए बनाया NSA! इमरान खान की बढ़ेंगी मुसीबतें

पाकिस्तान की तैयारियां

पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तानी सेना (India-Pakistan war) ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। उनकी सेना, वायुसेना और नौसेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है। सैनिकों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं, और उन्हें सीमा पर भेजा गया है। जमीन, हवा और पानी पर गश्त बढ़ा दी गई है। लेकिन पाकिस्तानी सेना की इंटरसेप्ट हुई बातचीत से पता लगता है कि इतनी तैयारियों के बावजूद उनकी तैयारियां अधूरी हैं, और वे दबाव में हैं। सैनिक थके हुए हैं, और उनका फॉरवर्ड डिफेंस कमजोर है। जिसका फायदा भारतीय सेना को मिल सकता है।

रक्षा समाचार WhatsApp Channel Follow US

Leave a Reply

Share on WhatsApp